Posts

Showing posts from 2018

रेलवे के 90 हजार पदों पर आवेदन किया है तो जरूर पढ़ें यह अपडेट

अगर आपने भी पिछले दिनों RRB   की तरफ से घोषित की गई 90000 पोस्ट के लिए अप्लाई किया है    तो यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. आरआरबी की तरफ से संबंधित रिक्तियों के बारे में नया अपडेट जारी किया गया है. इससे पहले भी रेलवे की तरफ से परीक्षाओं को लेकर अपडेट जारी किया गया था. 1 जून को बोर्ड ने जारी किया अपडेट RRB  की तरफ से 1 जून को जारी किए गए अपडेट के अनुसार दोनों नोटिफिकेशन के तहत घोषित की गई रिक्तियों के लिए जबरदस्त रिस्पांस मिलने के बाद आवेदन पत्रों की स्क्रूटनी का काम जारी है. आरआरबी की तरफ से यह भी बताया गया कि इन पदों के लिए computer based exam भी प्रोसेस में है. आपको बता दें कि रेलवे ने दो नोटिफिकेशन के जरिए करीब 90 पदों पर रिक्तियां जारी की थी. 2.37 करोड़ उम्मीदवारों ने किया आवेदन  (यहां क्लिक करना न भूलें) रेलवे की तरफ से घोषित की गई सबसे बड़ी रिक्तियों के लिए रिकॉर्ड 2.37 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. हालांकि रेलवे की तरफ से अभी परीक्षा की तिथि घोषित नहीं की गई है. बोर्ड की तरफ से यह भी कहा गया कि रिक्तियों से संबंधित जरूरी प्रोसेस ...

इस से अच्छा मौका फिर कभी नहीं मिलेगा, रेलकर्मियों के आएंगे अच्छे दिन

Image
      सुखद संयोग !!! वित्त मंत्रालय और रेल मंत्रालय दोनों एक साथ श्री पियूष गोयल साहब के पास।  ये वही मंत्री है जिन्होंने पिछले एक साल में रेलवे का कायाकल्प किया है और रेलकर्मियों को बहुत प्रयाप्त महत्व दिया है। अब तो ये माना जा सकता है कि रेल कर्मियों के अच्छे दिन जरूर आ कर रहेंगे।  रेलकर्मियों की बहुत सारी मांगे रेलवे बोर्ड ये कह कर टालता रहता है कि, रेल मंत्री ने चिट्ठी लिखी है लेकिन वित्त मंत्रालय नहीं मान रहा है।  अब कौन सा बहाना है भाई। समय कम है, जितने भी पेंडिंग मामले है वित्तमंत्रालय में, सुलझ जानी चाहिए।  सारे यूनियन/फेडरेशन/एसोसिएशन एक हो कर निर्णायक लड़ाई में शामिल हो।  इतना अच्छा मौका शायद ही कभी मिले। Want to shop ? click here       अगर इस बार भी हम फेल हुए तो ये बहुत ही दुखद बात होगी।  हर रेलकर्मी को चाहिए कि, वो जंहा भी है अपनी बातों को यूनियन नेताओं तक अवश्य पंहुचाये , चाहे जो भी माध्यम हो।  सोशल मिडिया से ले कर हर चर्चा में यही बात...

रेलवे में अवार्ड सिस्टम

Image
         ये जो रेलवे में अवार्ड सिस्टम है न, ऐसा लगता है कि दिन व दिन इसकी प्रासंगकिता कम होते जा रही है. एक तरफ रेलवे, फील्ड स्टाफ से जी तोड़ मेहनत करवाती है और अवार्ड के नाम पर दो चार गिने-चुने चमचो को ही दे दिया जाता है. आपने देखा होगा जो ट्रैकमैन फील्ड में काम करते है, उनसे ज्यादा अवार्ड जो ट्रैकमैन ऑफिस में चाय पिलाते है उनको दिया जाता है. और ज्यादातर  देखा जाता है की अपने नीचे वाले का हक़ मारकर खुद को ही नॉमिनेट करवा लेते है और अवार्ड पर कब्ज़ा कर लेते है। ये साहब अपने नीचे के कर्मचारियों से खूब मेहनत करवाते है और सारी मलाई खुद खाना पसंद करते है। कई स्टाफ अपनी पूरी जिंदगी में एक भी अवार्ड नहीं ले पाते है, इसका  ये कतई मतलब नहीं है की वो काम ढंग से नहीं करते है, सिस्टम ही कुछ ऐसा है. लेकिन जरा सी चूक हुइ नहीं की चार्जशीट में कोई देरी नहीं होती। अवार्ड के मामले में ये गुमनाम स्टाफ, चार्जशीट के टाइम में स्टार बना दिए जाते है।            अगर फील्ड स्टाफ को ज्यादा से ज्यादा अ...

Black box in rail coaches

Image
The  Indian railways  has unveiled the first batch of smart rail coaches in Rae Bareli city of Uttar Pradesh. The smart coaches will have black boxes just like aircraft and this technology is being adopted to bring down the incidents of train accidents. Online shop? Click here Talking more about the new technology, an official from Indian railways said that black boxes used in the train are better from the ones used in planes and will also make traveling safer. These boxes will prevent mishaps like derailments. The boxes will also monitor the train on several parameters. And if there is any case of deviation, the surveillance unit would be alerted immediately. Besides this, smart coaches will have other features such as smart CCTV cameras, passenger information system, infotainment software and wi-fi access. Cheap price, premium quality.. Don't forget to visit ones Last year, between April 1, 2017, and March 30 this year, only 73 accidents were recorded, which i...

राज्‍यों में लागू होने जा रहा है नया किराया कानून, किरायेदार को मिलेंगे 7 बड़े फायदे

केंद्र सरकार ने रेंटल हाउसिंग को प्रमोट करने के लिए नए सिरे से टेनेंसी (किराया) एक्‍ट लागू करने का निर्णय लिया है। केंद्र ने मॉडल टेंनेंसी एक्‍ट तैयार किया है और राज्‍यों से कहा है कि वे इस मॉडल के आधार पर अपने-अपने राज्‍यों में एक्‍ट बनाएं। हालांकि सभी राज्‍यों ने अब तक इस ओर फोकस नहीं किया है, लेकिन कई बड़े राज्‍यों ने इसकी तैयारी कर ली है और मॉडल टेनेंसी एक्‍ट की तर्ज पर अपने राज्‍यों में किराया कानून लागू करने की तैयारी तेज कर दी है। आज हम आपको यही बताएंगे कि कौन-कौन से राज्‍यों में यह टेनेंसी एक्‍ट जल्‍द लागू हो सकता है और इस कानून से बतौर किरायेदार या मकान मालिक के नाते आपको क्‍या फायदा होने वाला है। इन राज्‍यों में बन रहा है नया कानून कुछ राज्‍यों ने केंद्र सरकार को बताया कि वे अपने राज्‍य में टेनेंसी (किराया) कानून लागू करने जा रहे हैं। इनमें उत्‍तर प्रदेश, बिहार, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्‍यप्रदेश आदि शामिल हैं। ये राज्‍य केंद्र के मॉडल के हिसाब से अपने राज्‍य में किराया कानून को नए सिरे से लागू करने पर विचार कर रहे हैं। नहीं देना होगा सिक्‍योरिटी डिपोजिट के...

भारतीय रेल के ग्रुप "स" इंजीनियर - एक क्रूर मजाक

Image
भारतीय रेल के ग्रुप "स" सुपरवाइजर जिसे रेलवे मजाक के रूप में "इंजीनियर" भी लिखवाती है, की दुर्दशा जगजाहिर है।  जो अपनी किस्मत पर दशको से रोता आया है।  वर्त्तमान परिष्तिथि तो और भी भयावह होती जा रही है। इनको वर्कलोड और जिम्मेदारी औरो से कंही ज्यादा दी गई है, हर समय बलि का बकरा भी एहि बेचारे होते है, लेकिन मजाल है जो कोई इनका दर्द भी सुन ले।  बेचारे पुरे कार्यकाल बिना प्रमोशन के ही गुजार देते है।  काश ये भी अन्य कर्मचारियों की तरह प्रमोशन की ख़ुशी में मिठाई बाँट पाते।  इनके अधीनस्थ कर्मचारी आजकल शहंशाह बने बैठे है, मजाल है जो कोई इनसे इनकी मर्जी के खिलाफ काम करवा ले।  बड़े साहब भी  इनकी ही सुनते है।  खैर इनकी परेशानियों का लिस्ट बहुत लम्बा है, जो केवल इनके अंदर ही घुटता रहता है।  Online shopping ka naya andanz-click here इन सब के बीच एक आशा की किरण ये रेलवे बोर्ड की चिठ्ठी है।  लेकिन ये क्या इसमें ग्रेड पे तो बाद में बढ़ेगा लेकिन आपके पोस्ट का डिमोशन जरूर हो जायेगा।  हाय रे किस्मत ! य...

बीजेपी शासित राज्यों ने देशहित में लिया ज़बरदस्त फैसला, कांग्रेस मे मचा हंगामा

Image
आज कल देश में लोगों के अंदर से देशभक्ति की भावना बिलकुल ही ख़त्म होती जा रही है. कभी किसी को यूनिवर्सिटी में टैंक रखने से तकलीफ है, तो किसी को राष्ट्रिय ध्वज फैराने से तकलीफ, तो सड़कों पर छात्र भारत तेरे टुकड़े होंगे इन्शाहाल्लाह!” ऐसे नारे लगा रहे हैं. राष्ट्रगान के लिए 52 सेकंड खड़े होने में इनके सीने में जलन मचने लगती हैं. लेकिन यहाँ भी एक उम्मीद की किरण जगी है, भाजपा सरकार में नगर निगम ने बेहद शानदार फैसला लिया है, जिसे देख कुछ लोगों की छाती पर सांप लोटने वाले हैं. भाजपा राज्यों ने सुनाया शानदार फैसला, मची वामपंथियों में चीखपुकार ! अभी-अभी मिल रही बड़ी खबर के मुताबिक गुवाहाटी नगर निगम के कर्मचारियों ने खुद फैसला लिया है कि वे हर रोज़ सुबह काम शुरू करने से सबसे पहले राष्ट्रगान गाएंगे. गुवाहटी के महापौर मृगेन सारानिया ने कहा कि देश के प्रति नागरिकों के भी कुछ कर्तव्य हैं और देश के प्रति लोगों में सम्मान पैदा करें, इसलिए देश के प्रति प्रेम जताने के लिए यह फैसला लिया गया है. जब सड़कों पर देश विरोधी नारे लग सकते हैं तो देशभक्ति क्यों नहीं की जा सकती. देश के अन्य राज्यों ने भी मुही...

भाजपा कर्नाटक जीत रही है

BJP कर्नाटका में भरी बहुमत के साथ आती दिख रही है. आज मतदान के दिन भारी  मतदाता अपने घरो से बाहर  निकले है, परिवर्तन के लिए, जो कभी  वोट देना जरुरी नहीं समझते थे, आज सब घर से बहार निकल कर पोलिंग बूथ तक पंहुच रहे है. जिसे पूछो बीजेपी , बच्चा बच्चा के जुबान पर एक ही नाम सुनने को मिल रहा है "बीजेपी".   दूसरे पार्टियों के कार्यकर्ता आराम करते देखे गए. बीजेपी के  कार्यकर्ता मतदाताओं के साथ व्यस्त दिखे। कर्नाटका में जंहा भी भाजपा  स्टार प्रचारको की रैली और रोड शो हुए,वंहा एक  अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है.  नए मतदाता प्रफुल्लित दिख रहे है.      इन सब का फ़ायदा  परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से बीजेपी को ही मिलने वाला है.  ५ साल की एन्टीइन्कम्बेंसी का असर भी बदलाव की ओर इशारा करता दिख रहा है.  नरेंद्र मोदी की प्रभावशाली और प्रगतिशील  नेतृत्व के सामने सिद्धरमैया सरकार असहाय सी दिख रही है।       हालाँकि हम सबको मंगलवार तक परिणाम के लिए इंतजार करना पड़ेगा। लेकिन बीजेपी सारी एग्जिट पोल को झू...

बच्चों का माता-पिता के प्रति कर्तव्य

मनुष्य का जीवन अनेक उतार-चढ़ावों से होकर गुजरता है । उसकी नवजात शिशु अवस्था से लेकर विद्‌यार्थी जीवन , फिर गृहस्थ जीवन तत्पश्चात् मृत्यु तक वह अनेक प्रकार के अनुभवों से गुजरता है । इस जीवन में हर किसी व्यक्ति को एक जीवन   साथी या मित्र   की आवश्यकता होती है जो उससे हमेशा प्यार करें और जीवन भर उसकी मदद करें। परंतु जीवन में एक बात तो सत्य है हर किसी प्रेम की तुलना में माता पिता का   प्रेम सबसे ऊपर   होता है। एक पिता के सहज और निर्मल प्रेम को किसी भी अन्य प्रेम से तुलना नहीं किया जा सकता है। अपने जीवन में वह अनेक प्रकार के कार्यों व उत्तरदायित्वों का निर्वाह करता है । परंतु अपने माता-पिता के प्रति कर्तव्य व उत्तरदायित्वों को वह जीवन पर्यत नहीं चुका सकता है । माता-पिता से संतान को जो कुछ भी प्राप्त होता है वह अमूल्य है । माँ की ममता व स्नेह तथा पिता का अनुशासन किसी भी मनुष्य के व्यक्तित्व निर्माण में सबसे प्रमुख भूमिका रखते हैं ।  माता-पिता वह होते हैं जो अपनी संतान की खुशी के लिए हर दुख हंसते-हंसते सह जाते हैं।   मां वह  होती है जो  9   मह...

भारत के वीर

Image
“ कंधों से मिलते हैं कंधे और कदमों से कदम मिलते हैं , जब चलते हैं हम ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं। “ एक ओर पाकिस्तान तो दूसरी ओर चीन। आंतकवाद , परमाणु हथियार , प्राकृतिक आपदाएँ। फिर भी देश तेजी से विकास कर रहा है। हम रात को चैन की नींद सो रहे है। कौन है वो लोग जिनके कारण देश सुरक्षित है। ये सब संभव हो पाया है हमारी भारतीय सेना के कारण। हमारे देश के बहादुर सैनिक सीमाओं पर प्रतिकूल परिस्थितियों में रहते हैं और वे सीमावर्ती इलाकों पर कड़ी निगरानी रखते हैं। भारतीय सेना एक सच्चे समर्पण और देशभक्ति की भावना के साथ काम करती है। देश में शांति ओर स्थिरता में उनका बहुत बड़ा हाथ है। भारतीय सेना सिर्फ हमें बाहरी आक्रमण से ही नहीं बचाती बल्कि शांति के समय में कई सामाजिक सेवाएँ भी करती है। प्राकृतिक आपदाओं जैसे उत्तराखंड की बाढ़ , कश्मीर में भूकंप , लद्दाख में मूसलाधार बारिश के दौरान भारतीय सेना की भूमिका प्रशंसा के योग्य है। अगर हमे कुछ सीखना है तो भारतीय सेना की तुलना में अधिक प्रेरणादायक कुछ भी नहीं है। हम अपनी सेना से बहुत कुछ सीख सकते हैं। भारतीय सेना अनुशासन का एक   बहुत बड़ा...

Prevention Of Rail Corrosion By Zinc Metallisation

Every year Indian Railway is changing around 4500 km of track. Around 30% of track renewal is on account of Severe Corrosion i.e., about 1300 Tkm/year. Average cost of TRR (P) is around one crore per km and it costs Railway annually 1300 crore approximately. Zinc metallization cost is approx 5 lacs/Tkm. Hence, effective anticorrosive measures are necessary to prevent premature renewals on this account.             Para 250(b) of IRPWM stipulates Zinc metallization in Severe Corrosion prone areas as per RDSO circular no CT/ACP dated 24.02.06 and in other identified corrosion prone areas, treatment is to be done with bituminous black paint once in a year on inside of gauge face and once in three years on non-gauge face side of rail.             Zinc metallization has to be done only once in service life of rails in a centralized plant like FBW plant (and not in field) on We...